Wednesday, July 1, 2009

प्रांजय? ये क्या है?

अरे! ये मेरा नाम है।

अच्छा, अच्छा, इसका मतलब पुछ रहे हो?

तो जैसा मम्मा-डैडू ने बताया है कि, प्रांजय नाम उन्होने खुद बनाया है। और वो भी मेरे जन्म से बहुत-बहुत पहले।

मम्मा का नाम- प्रणोति, अंग्रेजी में Pranoti
डैडू का नाम- विजय, अंग्रेजी में Vijay

तो बस, इधर से पहले ४ अक्षर, और उधर से आखिरी ३ अक्षर लिये और बना दिया - Pranjay.
यानि आधा मम्मा और आधा डैडू।

अब आप पुछोगे कि ये कैसा नाम हुआ जी? तो हम कहेंगे, बड़ा अच्छा नाम है जी।
वो इस तरह कि - pran - प्राण याने जीवन और jay - जीत।

तो अब आप ही बताओ मेरे नाम का क्या मतलब बना?
हुआ ना? जीवन को जीतने वाला, या फ़िर victorious over life.

अगर आपको कुछ और लगता हो तो अब आप ही बताओ, हमें तो डैडू ने ऐसा ही बताया है।

3 comments:

  1. स्वागत है प्रांजय आपका।
    आपका नाम भी सुन्दर है और आप तो सुन्दर होने ही हो। अब यहां रोज आना और रोज अपनी बातें सबको सुनाना- पढाना, ठीक है!

    ReplyDelete
  2. अमाँ यार ! बड़े घोंचू लग रहे हो। नाराज मत हो, हम भी नान्हें ऐसे ही थे।

    जियो हजारों साल।

    ReplyDelete
  3. क्या बात है.. बहुत सुन्दर..

    ReplyDelete

लगता है आप मुझसे कुछ कहना चाहते हैं। कहिये कहिये, अब कह भी दीजिये ना...